tag:blogger.com,1999:blog-7079212494853150603.post3002630810496195403..comments2023-10-25T20:46:40.255+05:30Comments on कौन सुनता है ?: क्या कभी सोचा भी है ?J Sharmahttp://www.blogger.com/profile/05178425426201266577noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7079212494853150603.post-65324761265791540532010-12-22T07:16:10.363+05:302010-12-22T07:16:10.363+05:30क्यों दुखती रगों को छेड़ रहे हैं .. आपकी इस बात में...क्यों दुखती रगों को छेड़ रहे हैं .. आपकी इस बात में दम लगता है "माँ बनी स्त्री के अन्दर प्रशव पीड़ा की अनुपस्थिति के कारण जो हारमोंस<br />दूध पैदा करते हैं , वे कमजोर रह जाते हैं , " बाकि आज के बच्चे माँ को यार कह कर बुलाते हैं तो इसमें बुरा क्या है ? समाज के गणित नें जितने रिश्तों के जाल बुन रखे हैं सबके सब नकली ही तो हैं असली रिश्ता तो सच्ची सुच्ची यारी का ही होता हैश्याम जुनेजा https://www.blogger.com/profile/11410693251523370597noreply@blogger.com