💐 परमात्मा कब दिखता है ?
● गरीबी की परिधि पर
● तन्हाई की चटाई पर
● अपनों में दिखते पराएपन पर
● अपनें दिल में बसे का एकाएक लुप्त हो जाने पर
● सुख - दुःख के संगम पर
◆ जीने की आस टूटने पर
◆ हर पल हो रहे बदलाव में
◆ दिन का रात में और रात को दिन में बदल रहे रहस्य में
◆ हर आती - जाती घटनाओं में
◆ हर आती - जाती साँसों में
■ अपनों का पराया बन जाने में
■ परायों का अपना बन जाने में
■ आखिरी सांस छोड़ने में
~~ॐ ~~
No comments:
Post a Comment