Thursday, January 5, 2023
मन - बुद्धि और परमात्मा
साधन साध्य नहीं बन सकता । बुद्धि , 11 इन्द्रियां , अहँकार , तीन गुण , पञ्च तन्मात्र और पञ्च महाभूत , स्थूल देह में स्थित देही अर्थात पुरुष या जीवात्मा को बंधन मुक्त कराने के tools है। बुद्धि ,अहँकार और मन शेष तत्त्वों के केंद्र रूप में हैं । बुद्धि , अहँकार और मन कर्म योग , ज्ञानयोग , भक्तियोग एवं अन्य साधनों के प्रमुख बिषय है । साधना के माध्यम से इन तत्त्वों को तामस एवं राजस गुणों के प्रभाव से मुक्त बनाया जाता है और इन्हें सत्त्विक गुण केंद्रित बनाया जाता है । सत्त्विक गुण से भी अंततः चित्त को विमुक्त कराया जाता है तब कहीं स्व बोध होता है जो ईश्वर के अनंत स्वरुपो की झलक देखने में समर्थ होता है । ॐ ।
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