Tuesday, February 22, 2022
पतंजलि योगसूत्र दर्शन और हम
महर्षि पतंजलि पूर्ण रूपेण सांख्य दर्शन के सिद्धांतों पर केंद्रित है। सांख्य सनातन प्रकृति और पुरुष दो तत्त्वों से जड़ - चेतन के होनें का कारण मानता है और पतंजलि भी इसी सिद्धान्त पर सांख्य सुत्रों का ब्यवहारिक स्वरुप प्रस्तुत करते हैं । सांख्य में ईश्वर शब्द की अनुपस्थिति है लेकिन पतंजलि चित्त वृत्ति नीरोध के 09 उपायों में ईश्वर प्राणिधानि को भी बताते हुए ईश्वर को परिभाषित भी करते हैं । महर्षि कहते हैं ईश्वर कर्म , कर्म फल और चित्त मुक्त पुरुष विशेष है । इस प्रकार सांख्य के 25 तत्त्वों को यथावत स्वीकारते हुए पुरुष के अंतर्गत पुरुष विशेष का उल्लेख करते हैं ।
अब देखिये चित्त शांत रखने के 09 उपायों को ⬇️
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment