एक झलक
श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय - 01
श्लोकों की संख्या ⬇️
गीता अध्याय - 1 के आकर्षण ⤵
1- इस अध्याय में प्रभु श्रोता है और अर्जुन वक्ता ।
2 - मोहके 06 लक्षण ( श्लोक : 1.28 - 1.30 में )
निम्न प्रकार से बताये गए हैं 👇
1 - अंगोंका शिथिल होना ।
2 - मुख का सूखना ।
3 - शरीरमें कंपन होना ।
4 - रोमांच होना ।
5 - त्वचामें जलन होना ।
6 - मनका भ्रमित होना ।
👉 ध्यान रहे कि मोह , भय . निद्रा और आलस्य तामस गुण के तत्त्व हैं ।
☸यहाँ देखे गीता अध्याय : 14 श्लोक : 8 + 13 जो कहते हैं ⬇️
1 - अज्ञान जनित मोह , प्रमाद , आलस्य और निद्रा , तामस गुण के तत्त्व हैं ।
2 - तामस गुण के प्रभाव में इंद्रियों में अप्रकाश कर्त्तव्य कर्मों में अप्रवृत्ति और प्रमाद एवं निद्रा से मनुष्य ग्रसित रहता है ।
~~◆◆ ॐ◆◆~~
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