Sunday, July 3, 2022
पतंजलि योगसूत्र विभूति पाद - 22 अपनीं आनेवाली मृत्यु की आहट का पता कैसे चले?
महर्षि इस एक सूत्र में बहुत गहरी बात कह रहे हैं । वे कह रहे हैं कि अपने सभीं कर्मों पर संयमे सिद्धि प्राप्त करने से अपनी आने वाली मृत्यु की आहट को सुना जा सकता हैं । दूसरा रास्ता भी बताते हुए कहते हैं कि मृत्यु के थीकं पहले तेज गति से स्मृति सक्रिय हो जाती है । उस स्मृति में तेजी से बदल रहे दृश्यों पर संयम सिद्धि अगर मिल सके तो भी मृत्यु को देखा जा सकता है। तीसरी भी बात करते हुए महर्षि कह रहे हैं कि अंतिम समय जब आता है तब तरह -तरह के अप्सगुन घटने लगते हैं । उनका यदिसही सही विश्लेषण किया जा सके तब भी मृत्यु को देखा जा सकता है । अब देखिये महर्षि के शब्दों को ⬇️
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