पतंजलि विभूति पाद का अंतिम सूत्र , सूत्र - 55 > प्रकृति -पुरुष स्वतंत्र सनातन दो अलग - अलग तत्त्व हैं
यहाँ विभूति पाद पूरा होता है और कैवलयं पाद का द्वार खुलता है । अगले कुछ लेखों में के माध्यम से हम पतंजलि के अंतिम पाद की यात्रा करने वाले हैं //इति मङ्गलं //
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