💐 आज प्रातः कालीन बेला में उपनिषदों के 05 महा मन्त्रों में अपनें को खो जाने दीजिए ।
💐 यदि आप ऐसा होनें में पूर्ण सहयोग देगें तो आप को जो मिलेगा , उसे औरों में बाटना न भूलें क्योंकि बाटने से वह और फैलता चला जाता है ।
💐 उपनिषदों के मंत्रों में उनके ऋषियों से भी आपका मिलन तब संभव हो सकता है जब आप उन मन्त्रों में स्वयं को नमक के पुतले की भांति उपनिषदों के 05 महा मन्त्रों के सागर में घुलने में सहयोग देंगे ।
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