Wednesday, April 27, 2022

सांख्य दर्शन में दुःख और प्रमाण को समझते हैं

सांख्य दर्शन में तीन प्रकार के दुःख और तीन प्रकार के प्रमाण के सम्बन्ध में निम्न स्लाइड्स को देखें । प्रमाण वह माध्यम हैं जिनके सहयोग से वास्तु विशेष के सम्बन्ध में जाना जाता है । दुःख तीन प्रकार के हैं ; पहली श्रेणी इन दुःखोंसे है जिनको हम स्वतः उत्पन्न करते हैं अर्थात जिनकी जननी हम स्वयं हैं , दूसरे दुःख वे हैं जो औरों से मिलते हैं और तीसरे प्रकार के दुःख वे हैं जो दैवी दुःख होते हैं ।

Tuesday, April 26, 2022

सांख्य दर्शन की 72 कारिकाओं में से 51 का सीधा संबंध प्रकृति - पुरुष और बुद्धि से है

इस संदर्भ में 31 कारिकाओं का सम्बन्ध प्रकृति - पुरुष से है और शेष 20 बुद्धि से सम्बंधित हैं । प्रकृति - पुरुष संयोग से जब प्रकृति विकृत होती है तब पहला तत्त्व बुद्धि उत्पन्न होती है । बुद्धि से अहँकार , अहँकार से 11 इन्द्रियां और पञ्च तन्मात्र उत्पन्न होते हैं । तन्मात्र महाभूतों की जननी हैं । आइये देखते हैं बुद्धि सम्बंधित कारिकाओं के सार को ⬇️

Friday, April 22, 2022

सांख्य में तीन दुःख और तीन प्रमाण

सांख्य दर्शन में उपलब्ध 72 कारिकाओं को ठीक - ठीक समझने के लिए उन्हें निम्न 05 भागों में बाटा जा रहा है ⬇️
इन पांच भागों में कारिकाओं की संख्या निम्न प्रकार है ⬇️
इन में पहले भाग - प्रकृति - पुरुष के सम्बन्ध में 31 कारिकाओं को पहले स्पष्ट किया जा चूका है अब दूसरे भाग - दुःख और प्रमाण के सम्बन्ध में 05 कारिकाओं को देखते हैं ⬇️

Thursday, April 21, 2022

सांख्य आधारित प्रकृति - पुरुष रहस्य की 31 कारिकाओं का सारांश

ईश्वरकृष्ण रचित सांख्य दर्शन में कुल 72 कारिकाएँ हैं । इनमें से 31 कारिकाओं का सीधा संबंध प्रकृति - पुरुष रहस्य से है । पहलर इन 31 कारिकाओं के सार को 16 स्लाइड्स के माध्यम से स्पष्ट किया जा चूका है । अब इनके सारांश को 08 स्लाइड्स के माध्यम से व्यक्त किया जा रहा है । अब देखते हैं इन 08 स्लाइड्स को ⬇️

ईश्वरकृष्ण द्वारा प्रस्तुत 72 कारिकाओं में से अंतिम चार कारिकाएँ

सांख्य दर्शन एक प्राचीनतम दर्शन है । इस दर्शन में सृष्टि विकास सिद्धान्त सम्बंधित मात्र 72 कारिकाएँ उपलब्ध हैं । इस कारिकाओं को हम 05 भागों में विभक्त करके इनको समझने का प्रयास कर रहे हैं । इस उद्धेश्य के अंतर्गत आज आप शांख्य दर्शन के इतिहास के रूप में अंतिम 04 कारिकाओं का हिंदी भाषान्तर देख रहे हैं ।