Tuesday, May 31, 2022

पतंजलि समाधि पाद 14 योग बाधाएँ एकाग्रता सिद्धि से दूर होती हैं

यहाँ 14 प्रकार की योग मार्ग में आनेवाली बाधाओं को देखेंगे और एकाग्रता क्या है ? इस बिषय पर पतंजलि योग सूत्र में खोजेंगे ।

पतंजलि समाधि पाद के ईश्वर सम्बंधित सात सूत्र

Monday, May 30, 2022

पतंजलि योग दर्शन में ईश्वर क्या हैं ? भाग - 2

महर्षि पतंजलि योग दर्शन में ईश्वर क्या हैं ? भाग - 1

पतंजलि योग दर्शन सांख्य दर्शन का पूरक दर्शन है । सांख्य में ईश्वर शब्द नहीं है लेकिन पतंजलि ईश्वर को परम पुरुष के रूप में देखते हैं । यहाँ इस भाग में दो स्लाइड्स दी जा रही हैं जो पतंजलि योग सुत्रों में वर्णित ईश्वर को स्पष्ट करती हैं और गीता के भी कुछ प्रसंगों को स्पष्ट करती हैं ।

Friday, May 27, 2022

पतंजलि योग समाधि पाद सूत्र : 17 - 19

अभ्यास - वैराग्य सिद्धि का फल , सम्प्रज्ञात समाधि है

Tuesday, May 24, 2022

पतंजलि समाधि पाद सूत्र। : 5 - 11

पिछले अंक में समाधि पाद सूत्र : 1 - 4 तक के सार को देखा गया जहाँ महर्षि पतंजलि कहते हैं , " पुरुष प्रकृति से जुड़ते ही चित्त स्वरूपाकार हो जाता है । जब चित की वृत्तियॉ क्षीण हो जाती हैं तब चित्त अपने मूल स्वरूप में लौट आता है । अब आगे सूत्र : 5 - 11 में महर्षि जो बताने जा रहे हैं , उसे आप भी देखे ⤵️

पतंजलि समाधि पाद के प्रारंभिक 04 सूत्र

Friday, May 20, 2022

पतंजलि योग दर्शन भाग : 01

सांख्य दर्शन के बुनियादी समीकरण

यहाँ दी जा रही स्लॉइड को ध्यान से देखें और समझें । सांख्य दर्शन के 1 से 68 कारिकाओं के सार को यह स्लॉइड दिखा रही है । अब आगे पतंजलि योग दर्शन के 195 सूत्रों की श्रृंखला प्रारम्भ होने वाली है और पतंजलि योग सुत्रों का प्राण सांख्य सिद्धान्त हैं।

Monday, May 16, 2022

मृत्यु और उसके बाद भाग : 02

जो पैदा होता है , उसी की मौत भी होती है । हम जिन 25 तत्त्वों के योग से हैं , उनमें 02 सनातन है और शेष 23 प्रकृति के कार्य हैं अर्थात इनका जन्म हुआ है । अतः इन 23 तत्त्वों की मृत्यु भी होती ही होगी । जन्म और मृत्यु के मध्य मनुष्य के लिए योग साधना का मार्ग भी खुला रहता है जो विदेहलय और प्रकृति लय की स्थितियों की अनुभूति माध्यम हमें यह दिखा देता है कि हम कौन हैं ? और हमारा होना क्यों है ?

Sunday, May 15, 2022

मृत्यु और उसके बाद भाग - 01

सांख्य दर्शन और पतंजलि योग दर्शन के यह लेख आधारित है ।आगे के अंको में पुनर्जन्म और मोक्ष तक की यात्रा देखने को मिलेगी । अभी इस प्रारंभिक अंक को देखे ⬇️

Saturday, May 14, 2022

सांख्य में प्रकृति - पुरुष से जीव की उत्पत्ति पूर्ण वैज्ञानिक दिखती है

यहाँ मिल्की वे गैलेक्सी को देखे और उसमें पृथ्वी की स्थिति को देखे जहाँ जीव है । अभीं तक केवल पृथ्वी पर जीव हैं , कल क्या हो , कुछ पता नहीं । हमारी गैलेक्सी भी दो से निर्मित है । दोनों के स्पाइरल मिलकर एक रिंग बनाते हैं जिस और हमारी पृथ्वी है । सांख्य प्रकृति - पुरुष संयोग से जीव निर्माण की बात बताता है और गैलेक्सी के चित्र में भी पृथ्वी दो से उत्पन्न रिंग पर स्थित है । अब आप देखे निम्न स्लॉइड को ⬇️

Thursday, May 12, 2022