Sunday, December 5, 2021

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय - 1 एक झलक

 


एक झलक 

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय - 01 

श्लोकों की संख्या ⬇️

पात्र 

श्लोक 👇

योग

धृतराष्ट

1

01

सज्जय

2 - 20 + 24 - 27 + 47

24

अर्जुन

21 - 23 + 28 - 46

22

कृष्ण

00

00

योग

--

47


गीता अध्याय - 1 के आकर्षण ⤵

1- इस अध्याय में प्रभु श्रोता है और अर्जुन वक्ता

2 - मोहके 06 लक्षण ( श्लोक : 1.28 - 1.30 में ) 

 निम्न प्रकार से बताये  गए हैं 👇

1 - अंगोंका शिथिल होना ।

2 - मुख का सूखना ।

3 -  शरीरमें कंपन होना ।

4 - रोमांच होना ।

5 - त्वचामें जलन होना ।

6 - मनका भ्रमित होना ।

👉 ध्यान रहे कि मोह , भय . निद्रा और आलस्य तामस गुण के तत्त्व हैं ।

☸यहाँ देखे गीता अध्याय : 14 श्लोक : 8 + 13 जो कहते हैं ⬇️

1 - अज्ञान जनित मोह , प्रमाद , आलस्य और निद्रा , तामस गुण के तत्त्व हैं ।

2 - तामस गुण के प्रभाव में इंद्रियों में अप्रकाश कर्त्तव्य कर्मों में अप्रवृत्ति और प्रमाद एवं निद्रा से मनुष्य ग्रसित रहता है ।

~~◆◆ ॐ◆◆~~

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