कपिक सांख्य दर्शन परिचय का यह आखिरी अंक है। अगले अंक से ईश्वर कृष्ण रचित 72 कारिकाओं को हिंदी भाषान्तर के साथ प्रस्तुत किया जायेगा।
यह अंक पिछले अंको का सार मात्र है जिससे सांख्य दर्शन की कारिकाओं को समझने में कठिनाई न हो।
कपिल का प्रकृति - पुरुष केंद्रित द्वैतयबाद वेदांत के अद्वैतयबाद से भिन्न है।सांख्य दर्शन गणित जैसा है ।
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