Tuesday, October 5, 2021

उपनिषद् के सम्बन्ध में कुछ और

 



उपनिषद् - बोध भाग - 5

जगद्गुरु आदि शंकराचार्य निम्न 10 उपनिषदों पर भाष्य लिखे हैं ……..

1 - ईश 2 - ऐतरेय 3 - कठ 4 - केन 5 - छान्दोग्य 6 - प्रश्न 7 - तैत्तिरीय 8 - बृहद आरण्य 9 - मांडूक्य 10 - मुण्डक

" सत्यमेव जयते " मुण्डक उपनिषद् की देन है ।

~~ ॐ ~~ 04 अक्टूबर


1⃣

~~◆◆ ॐ◆◆~~


2⃣

उपनिषद् के 04  महा वाक्य 2

1- तत्त्वमसि " तत् त्वम् असि "

सामवेद : छंदयोग्य उपनिषद् > 6.8.7

सूत्र भावार्थ ⬇️

1 - अद्वैत्य वेदांत के अनुसार > वह तूँ है 

2 - द्वैत्य वेदांत रामानुजाचार्य के अनुसार > तूँ उसका है 

2 - अहम् ब्रह्मास्मि > अहम्  ब्रह्म अस्मि 

यजुर्वेद : वृहद् आरण्य उपनिषद् : 1.4.10

सूत्र भावार्थ ⬇️

" मैं ब्रह्म हूँ "

3 - अयम् आत्मा ब्रह्म 

अथर्वेद माण्डूक्य उपनिषद् : 1/1

सूत्र भावार्थ ⬇️

#अद्वैत्य बाद > यह आत्मा , ब्रह्म है 

# द्वैत्य बाद > यह आत्मा वर्धनशील है 

4 - प्रज्ञानं ब्रह्म 

◆ ऋग्वेद : ऐतरेय उपनिषद् > 1 / 2

● सामवेद : छान्दोग्य उपनिषद् > 3.14.1

सूत्र भावार्थ ⬇️

प्रज्ञान ब्रह्म है अर्थात प्रकट ज्ञान , ब्रह्म है अर्थात ब्रह्म ज्ञान स्वरुप है अर्थात शुद्ध  ज्ञान ही ब्रह्म है 

~~ॐ ~~

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