वह कौन सी जगह है------
जहां सब कुछ उल्टा हो रहा है?
लगभग सभीं ग्रह अपनीं धुरी पर घडी की सूयी के विपरीत दिशा में घूमते हैं …
जब बच्चा चलनें लगता है तब उसके विपरीत दिशा में चलना चाहता है
जिधर बड़े उसे चलाना चाहते हैं …
आप इन बातों पर कभीं एकांत में बैठ कर सोचना पर अभीं इसे देखें---------
भारत अनेक देशों को मिला कर [ पहले देश होते थे अब उनको राज्य कहते हैं ] एक देश तो बना गया लेकिन बिना छिलके के संतरे जैसी इसकी स्थिति दिखती है / सब लोग राज्यों में , जातियों में .
गरीबी - अमीरी के नाम पर आपस में बाते हैं और जब कभीं आखें बंद करके अपनें देश की स्थिति के बारे में आप सोचेगें तो दुःख के अलावा और कुछ न मिलेगा /
भारत में राम राज्य की बातें जो करते हैं वे नाटक करते हैं , उनके पास कुछ नहीं वे आगे - पीछे से नंगे हैं और आप आदमी जिसके तन में दो - चार बूँदें खून की बची हैं उन्हें भी निकाल लेना
चाहते हैं / भारत में राम राज्य आ सकता है यदि निम्न बातों पर यहाँ की जनता ध्यान दे ----
देश में जितनें राज्य हैं उनके नामों को समाप्त कर दिया जाए
राज्यों के नाम भारत – एक , भारत – दो , भारत – तीन … ... ऐसे होनें चाहिए न कि -----
गुजरात , महाराष्ट्र , उत्तर प्रदेश आदि
पढ़ाई और नौकरी में कोई आरक्षण जाती के नाम पर नहीं होना चाहिए , आरक्षण मात्र गरीबी
के आधार पर होना चाहिए
जब पढ़ाई में आरक्षण हो तब नौकरी में नहीं होना चाहिए
जाति एवं धर्म पर जो लोग जनता को बाटना चाह रहे हों उनको चौराहों पर खडा करके गोली
मार देनें की ब्यवस्था संबिधान में होना चाहिए
जिस पार्टी के 10% से कम MLA हों उसकी राज्य स्तर पर मान्यता समाप्त हो जानी चाहिए
जिस पार्टी के 10 % से कम MP [ elected ] हों उनको समाप्त कर देना चाहिए
भारत में दो प्रकार के डान हैं एक छोटी - छोटी पार्टियां बना कर अपनी कमाई कर रहे हैं
और दूसरे वे हैं जो बिल्डरों / ब्यापारियों को बंदूख दिखा कर लूट रहे हैं . इन दोनों की सही ब्यवस्था होनी चाहिए //
हन्दू , मुसलमान . ईसाई . गिजराती , बंगाली , पंडित , दलित , क्षत्रिय . नाइ . धोबी आदि शब्दों को समाप्त कर देना चाहिए या इनको चलन से बाहर कर देनें की ब्यापक ब्यवस्था होनी चाहिए // भारत को शुद्ध करो , वोट के नाम पर अब इस से दुर्गन्ध आ रही है //
===== ओम ======
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