● एक नज़र - 3 ●
1- प्रेम कोई बंधन नहीं , प्रेम सभीं बन्धनों से मुक्त करता है ।
2- प्रेमकी कोई तश्वीर नहीं , वह सभीं तश्वीरों में है ।
3- प्रेमको गाया नहीं जा सकता लेकिन सभीं गाना चाहते हैं
4- प्रेम रसमें डूबा समयातीतमें होता है ।
5- प्रेममें इन्तजारके लिए कोई जगह नहीं ।
6- प्रेम उर्जाका जब संचार होता है तब मन निर्विकल्प आयाममें होता है ।
7- ऐसा कोई जड़ - चेतन नहीं जिसमें प्यारका बीज न हो और सभीं का मूल प्यार ही है ।
8- प्यार उर्जासे परिपूर्ण आँखें जो भी दिखती हैं वह परमात्मा ही होता है ।
9- प्यारके दीवाने कोई तमन्ना नहीं रखते ।
10- प्यार कुछ मांगता नहीं , पा लेता है सब ।
11- प्यारमें मैं नहीं होता , तूँ ही तूँ होता है ।
~~~ ॐ ~~~
Friday, October 25, 2013
● प्यार ●
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