Thursday, May 19, 2011

वह क्या चाहता है?


हम तो रात – दिन उस से मांगे जा रहे हैं

लेकिन

क्या कभीं यह भी सोचा

कि

वह हमसे क्या चाहता है?


बेटा मांगो,बेटी मिले

जीवन मांगो,मौत मिले

धन मांगो,निर्धनता मेले

लेकिन फिर भी हम उसे नहीं छोड़ना चाहते

आखिर क्यों?


क्या हम उस से भयभीत हैं?

या हम उस से प्यार करते हैं?


हमारा उस से क्या रिश्ता है कि

चाहे सुख हो या दुःख हम उसे याद जरुर करते हैं,

आखिर क्या कारण हो सकता है?


याद रखना

भय में किया गया प्यार,प्यार नहीं वासना होता है

हम स्वयं को तो धोखा देते ही हैं लेकिन उसे नहीं दे सकते

चाहे हम उसे भय बश याद करते हों लेकिन वह हमसे

प्यार करता ही है

जिस दिन

जिस घडी

तन,मन,बुद्धि की ऊर्जा का रुख बदला

पता चल जाएगा कि

वह केवल प्यार चाहता है


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