विदेह राजा जनक के प्रधान आचाए बंदी और ऋषि पुत्र अष्टावक्र में शास्त्रार्थके पहले भाग में पौराणिक बातों की चर्चा हो रही थी । अब भाग दो में शास्त्रार्थ का बिषय वेदांत है और बेदान्त में ' मैं कौन हूँ ' बिषय केंद्रित चर्चा को यहाँ दिया जा रहा है .⬇️
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